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स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य पूरे भारत में स्वच्छता और सफाई को बढ़ावा देना है, जिसके तहत चित्तौड़गढ़ निर्वाचन क्षेत्र में महत्वपूर्ण विकास और बुनियादी ढांचे का काम किया गया है। शौचालयों के निर्माण, अपशिष्ट प्रबंधन प्रणालियों और स्वच्छता पहलों सहित विभिन्न स्वच्छता परियोजनाओं के लिए निधियों का आवंटन किया गया है। नीचे विभिन्न क्षेत्रों में निधि आवंटन का मुख्य विवरण दिया गया है:
चित्तौड़गढ़ में स्वच्छ भारत मिशन परियोजनाओं के लिए कुल 70 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इन निधियों का मुख्य उद्देश्य पूरे क्षेत्र में स्वच्छता सुविधाओं और अपशिष्ट प्रबंधन प्रणालियों में सुधार करना है।
निम्बाहेड़ा के लिए स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत विभिन्न सफाई एवं स्वच्छता परियोजनाओं के लिए लगभग 15 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं।
स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत बड़ी सादड़ी में सफाई एवं स्वच्छता सुविधाओं में सुधार के लिए 32.70 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।
बेंगू में स्वच्छता एवं सफाई कार्य के लिए 42 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिसमें शौचालयों के निर्माण और अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
कपासन में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छता परियोजनाओं के लिए 100 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।
प्रतापगढ़ में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शहरी स्वच्छता परियोजनाओं के लिए ₹185.01 करोड़ तथा ग्रामीण स्वच्छता परियोजनाओं के लिए ₹100 करोड़ का आवंटन शामिल है।
मावली में स्वच्छता एवं सफाई परियोजनाओं के लिए 44 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं।
वल्लभनगर में स्वच्छता संबंधी परियोजनाओं के लिए 15 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिनका ध्यान सार्वजनिक स्वच्छता सुविधाओं में सुधार पर केंद्रित है।
ये निधियाँ स्वच्छता मानकों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगी, जिससे चित्तौड़गढ़ निर्वाचन क्षेत्र के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शौचालय, सीवेज सिस्टम, अपशिष्ट निपटान सुविधाएँ और स्वच्छता पर जागरूकता कार्यक्रम जैसी बुनियादी स्वच्छता अवसंरचना तक पहुँच सुनिश्चित होगी। स्वच्छ भारत मिशन स्वस्थ समुदायों को सुनिश्चित करने और निवासियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए महत्वपूर्ण है।