सी पी जोशी, सांसद - चित्तौड़गढ़, भाजपा

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम-किसान)

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम-किसान)

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना एक सरकारी पहल है जिसे पूरे भारत में किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस योजना के तहत, किसानों को उनकी आजीविका बढ़ाने और उन्हें कृषि गतिविधियों का प्रबंधन करने में सक्षम बनाने के लिए प्रत्यक्ष आय सहायता दी जाती है। चित्तौड़गढ़ निर्वाचन क्षेत्र को आवंटित धन के बारे में मुख्य विवरण नीचे दिए गए हैं:

निर्वाचन क्षेत्र में फंड आवंटन

चित्तौड़गढ़

पीएम-किसान योजना के तहत चित्तौड़गढ़ के किसानों को ₹70 करोड़ (₹66.64 करोड़) आवंटित किए गए हैं। ये धनराशि पात्र किसानों को उनकी कृषि आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सीधे प्रदान की गई है।

निम्बाहेड़ा

निम्बाहेड़ा में स्थानीय किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए लगभग 60 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिरता और कृषि विकास में योगदान मिलेगा।

बड़ी सादड़ी

इस योजना के तहत बड़ी सादड़ी के किसानों के लिए 80 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। इस धनराशि से क्षेत्र के किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी।

बेंगू

बेंगू के किसानों को उनकी कृषि गतिविधियों में सहायता देने तथा उनकी आजीविका में सुधार लाने के लिए 130 करोड़ रुपये की पर्याप्त राशि स्वीकृत की गई है।

कपासन

कपासन में कृषि उत्पादकता बढ़ाने और किसानों को आर्थिक रूप से सहायता देने के लिए पीएम-किसान योजना के लिए लगभग 160 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

प्रतापगढ़

प्रतापगढ़ के लिए इस योजना के अंतर्गत धनराशि आवंटित कर दी गई है, हालांकि सटीक राशि का अभी खुलासा नहीं किया गया है।

मावली

इस योजना से मावली के किसानों को लाभान्वित करने के लिए 70 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं, जिससे कृषि उत्पादकता में सुधार और उनकी आय में वृद्धि में मदद मिलेगी।

वल्लभनगर

पीएम-किसान के अंतर्गत वल्लभनगर के किसानों के लिए 50 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन्हें उनकी कृषि गतिविधियों के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्राप्त हो।

पीएम-किसान योजना का प्रभाव

पीएम-किसान योजना का उद्देश्य कृषि इनपुट खरीदने, फसल उत्पादन में सुधार करने और उनके समग्र जीवन स्तर को बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करके किसानों का उत्थान करना है। यह योजना चित्तौड़गढ़ निर्वाचन क्षेत्र में किसानों के कल्याण को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण रही है, विशेष रूप से समय पर और प्रत्यक्ष वित्तीय हस्तांतरण के माध्यम से।

यह सहायता किसानों को रोपण और कटाई के मौसम के दौरान अपना काम जारी रखने में मदद करती है, जिससे बेहतर उत्पादकता और वित्तीय स्वतंत्रता मिलती है। विभिन्न क्षेत्रों में धन का आवंटन सुनिश्चित करता है कि पूरे निर्वाचन क्षेत्र को कार्यक्रम से लाभ मिले, जिससे यह भारत में किसानों के लिए सबसे बड़ी पहलों में से एक बन गया है।